सोशल मीडिया पर मेरठ के एक कालेज की मुस्लिम छात्रा को ज़बरदस्ती भाजपा की टोपी पहनाने और इसकी शिकायत कालेज में करने के बाद उसे कालेज से सस्पेंड कर देने का मामला वायरल हो रहा है, Times Of India के अनुसार मेरठ के एक कालेज की 22 वर्षीय छात्रा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कालेज के आगरा टूर के दौरान उसके सहपाठियों ने उसे ज़बरदस्ती भाजपा की टोपी पहनाने की कोशिश की, छात्रा के मना करने पर उसे प्रताड़ित किया गया।
टूर से लौटने के बाद कालेज प्रबंधन ने उस मुस्लिम छात्रा को ही सस्पेंड कर दिया, इसका कारण आंतरिक शिकायत सेल के सामने छात्रा के पेश न होना बताया गया। इस बीच, पीड़ित छात्रा ने एक लिखित शिकायत के साथ पुलिस से संपर्क किया है। मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को संबोधित पत्र में पीड़िता ने अपनी आप बीती सुनाई। उसने अपनी शिकायत वापस लेने के लिए उस पर डाले जा रहे “दबाव” पर भी विस्तार से बताया।
3 अप्रैल को, छात्रा ने आगरा की बस यात्रा के दौरान कथित उत्पीड़न के बारे में ट्वीट किया था और दावा किया था कि मौजूद चार संकाय सदस्यों ने उसकी मदद के लिए कुछ नहीं किया। छात्रा ने पुलिस को बताया कि 2 अप्रेल को उनके कालेज का टूर आगरा गया थे जहाँ 55 सहपाठियों में वो अकेली मुस्लिम थी, साथ में चार फेकल्टी मेंबर्स भी थे।
आगरा में कुछ सहपाठियों ने शराब पी और मुझे परेशान करने लगे, वो लोग बाजार से भाजपा की टोपी आदि खरीदकर लाये और मुझे पहनने के लिए ज़बरदस्ती करने लगे, मेरे इनकार करने पर उन्होंने ज़ोर ज़बरदस्ती भी की, बस में बैठे फेकल्टी मेंबर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की।
पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में पीड़ित छात्रा ने लिखा, “मैंने अपने उत्पीड़न के बारे में ट्विटर पर शिकायत की थी, लेकिन कॉलेज और अन्य छात्रों ने इसे राजनीतिक और सांप्रदायिक रंग दिया है। वे मुझे कॉलेज से बाहर निकालने की साजिश में मेरी निजी तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रहे हैं और मेरी शिकायत वापस लेने के लिए मुझ पर दबाव भी डाल रहे हैं।”
कालेज ने इसी सम्बन्ध में दो छात्रों को भी निलंबित किया, जिसके विरोध में बजरंग दल और और विश्व हिंदू परिषद ने कालेज में उन दोनों छात्रों का निलंबन वापस लेने के लिए हंगामा किया, इन संगठन के लोगो का कहना था कि निलंबित छात्रों को बहाल किया जाए, उस लड़की के सहपाठी कह रहे है कि वो ट्विटर पर झूठी शिकायतें कर रही है।
ट्विटर पर इस मामले के वायरल होने के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि “अगर यह मोदी का ‘न्यू इंडिया’ है, तो मुझे हमारा ‘पुराना भारत’ वापस चाहिए!”
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