हम कहाँ थे, कहाँ हैं और कहाँ जा रहे हैं ??

हम कहाँ थे, कहाँ हैं और कहाँ जा रहे हैं ??

सोशल मीडिया पर आठ नौ सालों में कई अनुभव हुए हैं, भारतीय मुसलमानों के लिए एक सामूहिक विचार या तजुर्बा जो निकल कर सामने आया वो ये है कि इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद मुसलमानो की बड़ी तादाद अभी भी एक महदूद दायरे में चक्कर काट रही है, तालीम की बात की जाये तो उन्हें मदरसों […]

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