आज ही कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधान मंत्री मोदी पर आरोप लगाया है कि जब देश शहीदों के टुकड़े चुन रहा था, तब PM मोदी शूटिंग और चाय-नाश्ता कर रहे थे। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने 14 फ़रवरी हमले वाले दिन की मोदी जी के भ्रमण और शूटिंग का विवरण देता हुए कहा कि तीन बजकर दस मिनट पर ही हमले की खबर आ गई थी मगर पीएम मोदी गुरुवार को सात बजे वह चाय-नाश्ते का आनंद ले रहे थे।

ट्वीटर पर देश दुनिया में घटित घटनाओं पर मोदी जी की त्वरित प्रतिक्रियाओं के बारे में सभी जानते हैं, 25 अप्रेल 2015 को नेपाल में आया भूकंप किसे याद नहीं है, शायद बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि नेपाली प्रधानमंत्री सुशील कोइराला को अपने देश में आए विध्वंसकारी भूकंप की जानकारी भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के टवीट से ही मिली थी।

तब मोदी जी ने 25 अप्रेल 2015 को 12:23 PM पर टवीट किया था :-

असल में नेपाल में जब 7.9 तीव्रता वाला भूकंप आया उस समय नेपाली प्रधानमंत्री थाईलैंड में थे। कोइराला इंडोनेशिया में एक अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के बाद बैंकॉक गए थे। ये खबर कई अख़बारों और वेब साइट्स में प्रमुखता से प्रकाशित हुई थीं।

खुद मोदी जी अपने सोशल मीडिया के इस्तेमाल और अपडेट रहने पर 30 अप्रेल 2015 को एक पत्रकार सम्मलेन में कहते हैं कि नेपाली प्रधानमंत्री को उनके देश में आये भूकंप की सूचना मेरे ही टवीट के ज़रिये मिली थी।
“I get information because I remain connected.” उस समय का उनका ये वीडियो Times Of India पर देखा जा सकता है।

अब जब अपने ही देश में 3:10 पर आतंकी हमले और 42 जवानों के शहीद होने की खबर आती है तो तीन घंटे से भी अधिक समय तक देश के उस प्रधानमंत्री की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती जिसके टवीट से नेपाली प्रधानमंत्री को भूकंप की सबसे पहले सूचना मिली थी।

ऐसे में ये सवाल बिलकुल भी दबाया नहीं जा सकता कि 3:10 पर आतंकी हमले और 42 जवानों के शहीद होने की खबर आने के बाद भी कॉर्बेट पार्क में भ्रमण और डिस्कवरी चैनल की शूटिंग जारी रखना कैसे और कहाँ तक उचित है ?

अमर उजाला की इस अख़बार की इस कटिंग में उस आतंकी हमले वाली दिन यानि 14 फ़रवरी को मोदी जी के प्रोग्राम का विवरण पढ़ सकते हैं।

इसके अलावा इसी अमर उजाला में लिखा है  कि : ‘इसके बाद वह (मोदी जी) खिनानौली वीआईपी गेस्ट हाउस पहुंचे, जहां पर चल रही डिस्कवरी चैनल की शूटिंग का लुत्फ लेते हुए उन्होंने चाय की चुस्कियां लीं। इसके बाद उन्होंने सभी वन कर्मचारियों के साथ अपने कैमरों से फोटो खींची।

वीआईपी गेस्ट हाउस खिनानौली से प्रधानमंत्री ने रुद्रपुर में की रैली को मोबाइल से संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी कॉर्बेट पार्क से निकलने के बाद रामनगर के पीडब्ल्यूडी गेस्ट में 19 मिनट रुके। यहां उन्होंने गुनगुना पानी पिया, मिक्स पनीर और चाय के साथ गोभी की पकौड़े, एक पीस ढोकले का स्वाद लिया।’

इस आतंकी हमले और 42 जवानों की शहादत पर प्रधानमंत्री मोदी की ओर से पहला टवीट 6:46 pm पर किया गया यानि लगभग साढ़े तीन घंटे बाद :

वहीँ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस आतंकी हमले और शहादत पर 5:08 pm पर टवीट कर प्रतिक्रिया दे दी थी :

अपने ही देश पर आतंकी हमला होने और उस हमले में 42 जवानों के शहीद होने के तीन घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी देश के प्रधानमंत्री की ओर से कोई प्रतिक्रिया न आना दुखद है, वो भी उस प्रधानमंत्री से जो टवीटर पर देश और विदेश की किसी भी घटना पर तात्कालिक प्रतिक्रिया देने के लिए जाने जाते हैं, नेपाल का भूकंप, मोदी जी का फटाफट टवीट और नेपाली प्रधानमंत्री का बयान इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।

सवाल वहीँ मुंह बाए खड़ा है कि देश पर हुए आतंकी हमले के बाद भी डिस्कवरी की शूटिंग ज़रूरी थी या फिर आतंकी हमले और शहीदों के लिए तात्कालिक प्रतिक्रिया देना और एक्शन लेना ? और ऐसे समय में प्राथमिकता में पहले किसे और क्यों रखा गया ?

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