स्पेशल स्टोरी : via – The Indian Awaaz By Syed Ali Mujtaba.
बुधवार को बिहार राज्य के शेखपुरा में IAS अफसर इनायत खान ने DM का पदभार संभाला है, इससे पहले वो पर्यटन विभाग में जॉइंट सेक्रेटरी पद पर तैनात थीं। साथ में उन्हें बिहार राज्य पर्यटन विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा हुआ था।
इनायत खान मूल रूप से आगरा की रहने वाली हैं। उन्होंने UP की टेक्निकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक में बीटेक किया था। 2007 में बीटेक की डिग्री लेने के बाद उन्होंने कुछ दिन सॉफ्टवेयर कंसल्टेंसी कंपनी में नौकरी की मगर उनके सपने यहाँ रुकने वाले नहीं थे, उन्होंने नौकरी छोड़ कर 2009 में IAS की परीक्षा दी।
उस परीक्षा में उन्होंने प्रीलिम्स और मेन्स को क्वालिफाई किया, लेकिन इंटरव्यू सूची में उनका नाम नहीं आ पाया। मगर उन्होंने हार नहीं मानी और इसके बाद 2010 में उन्होंने ग्रामीण बैंक की परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन उन्होंने वो नौकरी ज्वाइन नहीं की और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली चली गई। आखिर में इनायत ने 2011 में प्रतिष्ठित परीक्षा पास कर अपना सपना पूरा किया IAS 176 वीं रैंकिंग और बिहार कैडर हासिल किया।
इनायत खान की जब बिहार पोस्टिंग हुई तो वो सिर्फ 25 साल की थीं। वो अपने परिवीक्षा काल के दौरान लाइमलाइट में आईं जब उन्हें 6 महीने के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए मैदान में भेजा गया। उनकी पहली पोस्टिंग पटना जिले के पंडारक के BDO के रूप में हुई थी।
उसके बाद उसे राजगीर स्थानांतरित कर दिया गया, जहाँ उसने SDO के रूप में काम किया। फिर उनका तबादला भोजपुर कर दिया गया जहाँ उसने जिला विकास आयुक्त डीडीसी के रूप में काम किया। यहाँ, उसने मनरेगा परियोजना का चेहरा बदल दिया, इस मनरेगा को भोजपुर में विफल माना गया था लेकिन इनायत ने सुनिश्चित किया कि लोगों को इस सामाजिक क्षेत्र की पहल का लाभ मिले। और उनकी मेहनत की वजह से मनरेगा परियोजना वहां सफल हुई।
यही नहीं इनायत खान ने इसके अलावा भी प्रशासनिक कार्यों में सुधार लाने के लिए हर पोस्टिंग के स्थान पर कई प्रशंसनीय काम किये जैसे दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरे और बायो मैट्रिक्स मशीन हाज़री दर्ज करने और भ्रष्ट अधिकारीयों की धरपकड़ करना, वो कई बार गांवों और क़स्बाओं में विकास कार्यों के निरिक्षण के लिए जीप खड़ी कर अधिकारीयों के साथ पैदल घूमती हैं।
इनायत खान की इससे पहले पोस्टिंग बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम (BSTDC) के प्रबंध निदेशक के रूप में थी। उन्होंने इस विभाग में इको-टूरिज्म और रूरल टूरिज्म पर ध्यान केंद्रित किया और साथ ही गंगा नदी परियोजना की भी निगरानी की।
इनायत खान एक ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ और बेख़ौफ़ अधिकारी के तौर पर मशहूर हैं जो समग्र समाज के विकास के लिए अथक प्रयास कर रही हैं। शेखपुरा के लोगों को इनायत खान से बहुत उम्मीदें हैं कि वह इस पिछड़े जिले के लिए ज़रूर कोई बेहतर काम करेंगी।
हर भारतीय मुसलमान को इनायत खान जैसी बेटी और उन जैसी ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी पर गर्व होना चाहिए। इस मुस्लिम IAS बेटी जिसकी तारीख पैदाइश 17 मई, 1987 है, से सभी उम्मीद करते हैं कि वो भारत के सिविल सेवा प्रशासन के गौरव की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाएंगी। इनायत खान हमारे मुल्क की मुस्लिम लड़कियों के लिए एक रोल मॉडल भी हैं।
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1 Comment
इनायत को दुपट्टा रखने की सलाह देता हूँ । एक मुस्लिम औरत को इस तरह बेपर्दा रहना सख्त गुनाह है ।