अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ पिछले दिनों दुबई में थे, वहां से उन्होंने 21 अगस्त को एक ट्वीट कर अज़ान की आवाज़ की तारीफ की थी, उनके अनुसार उस अज़ान की आवाज़ ने उन्हें रूहानी सुकून सा हासिल हुआ है.
उनका ये ट्वीट यूज़र्स को काफी पसंद आया और हज़ारों की तादाद में RT किया गया, आजतक इस ट्वीट को चार हज़ार से ज़्यादा यूज़र्स RT कर चुके हैं और 15000 हज़ार से ज़्यादा लोगों द्वारा लाइक किया जा चुका है.
लोगों को उनका ये ट्वीट देश की गंगा जमनी तहज़ीब और परस्पर सामाजिक समरसता का सन्देश देता नज़र आ रहा है, साथ ही में गायक सोनू निगम द्वारा अज़ान को गुंडागर्दी बताने और अपनी नींद खराब करने जैसे बवाल का जवाब भी माना जा रहा है.
इससे पहले प्रियंका चोपड़ा ने भी भोपाल में शूटिंग के समय फुर्सत के समय सुनी गयी अज़ान की रूहानी आवाज़ से मन की शांति की बात कही थी.
काश कि ये सेलेब्रिटी ऐसे ही देश के इस सर्वधर्म समभाव और परस्पर सौहार्द के लिए आगे आएं और नफरत के तपते इस रेगिस्तान में ठंडी बयार की तरह शांति और मोहब्बत का पैगाम देते जाएँ.
दिलजीत दोसांझ जी के इस जज़्बे के लिए शायर आलोक श्रीवास्तव जी की ग़ज़ल के कुछ शेर पेश हैं :-
तुम सोच रहे हो बस, बादल की उड़ानों तक,
मेरी तो निगाहें हैं सूरज के ठिकानों तक।
टूटे हुए ख़्वाबों की एक लम्बी कहानी है,
शीशे की हवेली से पत्थर के मकानों तक।
दिल आम नहीं करता अहसास की ख़ुशबू को,
बेकार ही लाए हम चाहत को ज़ुबानों तक।
लोबान का सौंधापन, चंदन की महक में है,
मंदिर का तरन्नुम है, मस्जिद की अज़ानों तक।
इक ऎसी अदालत है, जो रुह परखती है,
महदूद नहीं रहती वो सिर्फ़ बयानों तक।
हर वक़्त फ़िज़ाओं में, महसूस करोगे तुम,
मैं प्यार की ख़ुशबू हूँ, महकूंगा ज़मानों तक।।