इजराइल की राजनीति में भूकंप आया हुआ है, इसका कारण है नेतन्याहू सरकार के रक्षा मंत्री एविगदोर लीबरमैन का इस्तीफ़ा, इस्तीफ़ा देने की वजह है इसराइली कैबिनेट द्वारा ग़ाज़ा के साथ संघर्षविराम का फ़ैसला।
इजराइली रक्षामंत्री एविगदोर लीबरमैन ने ग़ाज़ा संघर्षविराम पर तीखी असहमति जताते हुए बुधवार को अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की और जल्दी चुनाव कराने का आह्वान किया जिससे सरकार संकट में फंस गई।
लीबरमैन ने अपने इस्तीफे के कारण उजागर करते हुए पत्रकारों से कहा, ‘‘कल जो हुआ – हमास के साथ संघर्षविराम और उसकी प्रक्रिया – वह आतंकवाद के समक्ष आत्मसमर्पण है। इसका और कोई दूसरा मतलब है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक राज्य के रूप में हम लघुकालीन शांति खरीद रहे हैं जिसकी कीमत राष्ट्रीय सुरक्षा को दीर्घकालीन जबरदस्त नुकसान होगी।’’
लीबरमैन ने बाद में कहा, ‘‘हमें जल्द से जल्द चुनाव के लिए किसी तारीख पर सहमत होना चाहिए।’’
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सत्तारूढ़ गठबंधन से हट गई। नेतन्याहू के गठबंधन को अब संसद में बस एक सीट का बहुमत बचा है।
इज़राइल में चुनाव नवंबर 2019 में प्रस्तावित है, लेकिन लीबरमैन के इस्तीफे से समयपूर्व चुनाव की संभावना पैदा हो गई है।
लीबरमैन सुरक्षा के मुद्दे पर कट्टरपंथी खेमे के हैं. वह दक्षिणपंथी ‘यिस्राइल बेतेनु पार्टी’ के मुखिया हैं . इजराइली संसद ‘नेसेत’ में उनकी पाअीर् के पांच सांसद हैं। नेतन्याहू ने मंगलवार के संघर्षविराम की हिमायत की है जिससे इजराइल और फलीस्तिनियों के बीच भयावह झड़पों पर विराम लगा है।
गौरतलब है कि दो दिनों की लड़ाई में आठ लोग मारे जा चुके हैं। हमास लड़ाकों ने इसराइल पर 460 रॉकेट दागे हैं जबकि इसराइली वायुसेना ने हमास के 160 ठिकानों पर हमले किए हैं।
मिस्र की मध्यस्थता के बाद हमास ने कहा था कि वो संघर्षविराम चाहता है और अगर इसराइल इसे स्वीकार करता है तो वो इसका पालन करेगा, इसी बीच सीमा के पास रहने वाले इसराइली समुदायों ने रॉकेट हमलों का ठोस जबाव न दिए जाने के विरोध में कई जगह प्रदर्शन भी किए हैं। हमास ने इसे अपनी जीत की तरह पेश किया है। हमास के नेता इस्माइल हानिया ने कहा, हमने इसराइली हमलों से अपने लोगों की सुरक्षा की है। वहीं गज़ा में लोगों ने संघर्षविराम के ऐलान के बाद जश्न मानाया है।
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