दुबई स्थित एक स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. निशि सिंह द्वारा भारतीय मुसलमानों और ईसाईयों की Ethnic Cleansing (जातीय सफाए) के औचित्य की पोस्ट किये जाने पर सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा हो गया है।
Janta Ka Reporter की खबर के अनुसार डॉ. निशि सिंह की प्रोफ़ाइल के अनुसार वो लगभग 25 वर्षों से दुबई में रहती हैं और वह ‘एक माँ, एक बेटी, एक पत्नी, एक बहन, एक चाची, एक भतीजी, एक चिकित्सक और एक महिला के रूप में आपसे बात करती हैं।’
डॉ. निशि सिंह एक स्त्री रोग विशेषज्ञ होने के बावजूद अपने ट्वीटर हैंडल पर अपने नाम के साथ डॉक्टर से पहले आम भाजपा समर्थकों की तरह चौकीदार लगाती हैं।
उनकी सोशल मीडिया प्रोफाइल हिंदुत्व विचारधारा के समर्थन से भरी हुई है। उनका एक जवाबी ट्वीट सोशल मीडिया यूज़र्स की बड़ी नाराजगी का कारण बन गया है, जो कि 12 अप्रैल को एक ट्विटर यूज़र के ट्वीट के जवाब में ट्वीट किया गया था, जिसने भारत में मुसलमानों की जातीय सफाई के लिए अपना डर व्यक्त किया था।
उस यूज़र ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के हालिया विवादास्पद बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि “उनकी सरकार भविष्य में बौद्ध, हिंदू और सिखों को छोड़कर हर एक ‘घुसपैठिए’ को निकाल बाहर करेगी !” के सन्दर्भ में ट्वीट किया था कि ”मुसलमानों और ईसाइयों की जातीय सफाई भारतीय चुनावों में एक चुनावी वादा है।”
https://twitter.com/Musanghism/status/1116670823543320577
इस ट्वीट के जवाब में डॉ. निशि सिंह ने बिना किसी पश्चाताप के जवाब दिया कि “और अघोषित स्रोतों से प्राप्त असीमित धन द्वारा सहायता प्राप्त धर्म परिवर्तन सभी इब्राहीम धर्मों का एक एकल एजेंडा है, जिसे चालाकी से सामुदायिक सेवा के रूप में छला जाता है। ”
उसके अपने ट्वीट्स और पोस्ट्स में इस्लाम और ईसाइयों पर भी हमला किये, जिसके बाद नाराज़ यूज़र्स ने दुबई पुलिस से संपर्क किया गया था ताकि वह अपने देश में मौजूद इस घृणित कट्टर पोस्ट करने वाली डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई कर सके।
फेसबुक यूज़र राजेंद्र भदूरी डॉ. निशि सिंह इस्लामोफोबिक ट्वीट के स्क्रीनशॉट को लोगों के ध्यान में लाने वाले पहले व्यक्ति थे, उन्होंने स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा ” ये लेडी दुबई में एक प्रसिद्ध डॉक्टर और शिक्षाविद हैं, 25 से अधिक वर्षों से वहां रह रही हैं। यहाँ इस ट्वीट में, वह भारत में मुसलमानों और ईसाइयों के जातीय सफाये का समर्थन करती है।”
डॉ. पंकज श्रीवास्तव के स्वामित्व में दुबई में एक अस्पताल है, जिसका नाम कॉन्सेप्ट गायनेकोलॉजी एंड फर्टिलिटी हॉस्पिटल है। निशि सिंह उसकी पत्नी है, और कुछ साल पहले तक उसे इस अस्पताल में सलाहकार डॉक्टर के रूप में काम करते हुए दिखाया गया था। डॉ. निशि सिंह दुबई वीमेंस कॉलेज में हेल्थ साइंसेज के कैंपस चेयरमैन भी रही हैं।”
वह ट्विटर पर विराट संघियों में से कुछ को फॉलो और रीट्वीट करती है जिनमें शेफाली वैद्य, लकड़बग्गा, द स्किन डॉक्टर, गौरव प्रधान आदि उनके पसंदीदा हैं। पुनश्च: उम्मीद के मुताबिक मैं ट्विटर पर उसके द्वारा ब्लॉक कर दिया गया हूं और मुझे पता भी नहीं चला।”
इस बीच, सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने अब दुबई में अपने दोस्तों को टैग करना शुरू कर दिया है ताकि ‘चौकीदार’ स्त्री रोग विशेषज्ञ के खिलाफ कार्रवाही की जा सके। UAE के अधिकारियों ने हाल ही में एक भारतीय मूल के व्यक्ति को निर्वासित कर दिया था जब उसने क्राइस्टचर्च आतंकवादी हमले के लिए अपनी खुशी व्यक्त की थी जिसमें 50 मुस्लिम नमाज़ी मारे गए थे।
कई लोग सवाल पूछ रहे हैं कि इस तरह की नीच विचारधारा वाला व्यक्ति इस्लामी देश में स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में कैसे काम कर सकता है ? कई लोगों ने उस महिला डॉक्टर के पिछले रिकॉर्ड की गहन जाँच की मांग की कि ऐसी घृणित मानसिकता वाली महिला डॉक्टर ने वहां की महिलाओं के साथ किसी तरह की अनियमितताएं तो नहीं कीं।
डॉ. निशि सिंह के अस्पताल के टैग को टैग करते हुए एक यूजर ने लिखा, “मुझे यकीन है कि दुबई की मुस्लिम महिलाएं उनके हाथों में सुरक्षित नहीं हैं।”
एक फेसबुक यूज़र शगुफ्ता खान ने डॉ. निशि सिंह की इस हरकत पर अपना गुस्सा कुछ इस तरह से निकाला है।
(फोटो : गूगल और सोशल मीडिया से साभार)
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