अनिल अंबानी की रिलायंस एंटरटेनमेंट ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उसने अपने पार्टनर के द्वारा फ्रेंच फिल्म Tout La-Haut के बजट का 15 प्रतिशत फायनेंस किया था। इस फिल्म की निर्माता, जूली गाए फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की पार्टनर हैं।
जनसत्ता में छपी खबर के अनुसार रिलांयस ग्रुप और Visvires Capital ने फिल्मों के अलावा और भी कई सफल निवेश किए हैं। VisVires Capital की स्थापना सिंगापुर में रहने वाले भारतीय मूल के फ्रेंच कारोबारी रवि विश्वनाथन ने की थी, जो अंबानी के पुराने दोस्त हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस ने अगस्त में रिपोर्ट दी थी कि 24 जनवरी, 2016 को रिलायंस एंटरटेनमेंट ने घोषणा की थी कि उसने जूली गाए की फर्म, रूग इंटरनेशनल के साथ एक फ्रेंच फिल्म बनाने का समझौता किया है। दो दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओलांद ने नई दिल्ली में 36 रफाल एयरक्राफ्ट की खरीद के एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
रिलायंस एंटरटेनमेंट ने अपनी एक सहयोगी, फ्रेंच फायनेंसिंग फर्म Visvires Capital के जरिए फिल्म के निर्माण को 1.48 मिलियन यूरो (12,60,18,270 रुपये) का भुगतान किया। कंपनी द्वारा जारी बयान के अनुसार, “20 दिसंबर, 2017 को फिल्म की रिलीज से सिर्फ दो सप्ताह पहले, रिलायंस एंटरटेनमेंट ने 5 दिसंबर, 2017 को Visvires Capital को 1.48 मिलियन यूरो का भुगतान किया था।”
बयान के अनुसार, रिलांयस ग्रुप और Visvires Capital ने फिल्मों के अलावा और भी कई सफल निवेश किए हैं। VisVires Capital की स्थापना सिंगापुर में रहने वाले भारतीय मूल के फ्रेंच कारोबारी रवि विश्वनाथन ने की थी, जो अंबानी के पुराने दोस्त हैं। कंपनी ने अपने बयान में कहा, ”रिलायंस एंटरटेनमेंट ने जूली गाए या उनकी कंपनी रूग इंटरनेशनल के साथ कोई समझौता नहीं किया है, न ही रिलायंस एंटरटेनमेंट की ओर से nOmber One फिल्म के संदर्भ में दोनों में किसी को कोई भुगतान किया गया है। फिल्म की घोषणा के समय उसका नाम nOmber One था, जो बाद में ‘Tout La-Haut’ नाम संग रिलीज हुई।
अनिल अंबानी की कंपनी ने कहा कि उसे फिल्म के फ्रेंच निर्माता की ओर से लद्दाख के दुर्गम इलाकों में शूटिंग के लिए प्रोडक्शन सेवाएं देने हेतु 3 लाख यूरो का भुगतान किया गया। Tout La-Haut की शूटिंग फ्रांच के अलावा नेपाल और लद्दाख में हुई थी।
- लेबनान पेजर विस्फोट : इजरायल के सुदूर युद्ध रणनीति के इतिहास पर एक नज़र। - September 18, 2024
- महाराष्ट्र के कुछ गांवों की मस्जिदों में गणपति स्थापित करने की अनूठी परंपरा। - September 15, 2024
- स्कैमर ने चीफ़ जस्टिस बनकर कैब के लिए 500/- रु. मांगे। - August 28, 2024