रविवार को अल-जजीरा की ओर से जारी एक इनवेस्टिगेटिव डॉक्यूमेंट्री  ने रविवार को क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया है। इस इनवेस्टिगेटिव डाक्यूमेंट्री में यह खुलासा किया गया है कि 15 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में दो दर्जन बार स्पॉट फिक्सिंग हुई है। अल जजीरा ने इस इन्वेस्टीगेशन में क्रिकेट में टॉप लेवल पर भ्रष्टाचार के मामले को उजागर किया है। हलाकि ICC इस मामले पर अभी जांच कर रही है। ICC ने अल जजीरा से सभी सबूत मांगे थे। जिसपर वह अपनी जांच बैठाकर करवाई कर सके।

इनवेस्टिगेटिव डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि अनील मुनव्वर नाम के एक आरोपी ने 6 टेस्ट, 6 ODI और 3 Wold T-20 मैचों में फिक्सिंग का दावा किया है जिसमें साल 2011 का लॉर्ड्स में खेला गया भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच भी शामिल है।

‘क्रिकेट मैच फिक्सर्स: द मुनव्वर फाइल्स’ के शीर्षक से रिलीज इस डॉक्यूमेंट्री में दावा किया गया है कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने 7 मैचों में, ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने 5 मैचों में, पाकिस्तान के क्रिकेटरों ने 3 मैचों में और 1 अन्य देश के क्रिकेटर ने फिक्सिंग की। इनमें भारत-इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेला गया टेस्ट मैच, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2011 में ही केप टाउन मं खेला टेस्ट मैच शामिल है।

अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार उनके पास 15 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में हुई स्पॉट फिक्सिंग के सबूत हैं। 2011 और 2012 से जुड़े सबूतों के मुताबिक इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों ने 7 मैचों में स्पॉट फिक्सिंग को अंजाम दिया था, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने 5 मैचों में और पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने 3 मैचों में स्पॉट फिक्सिंग की थी। कई मैचों में दोनों ही टीमों ने स्पॉट फिक्सिंग को अंजाम दिया है।

इनमे से 6 टेस्ट मैच, 6 ODI और 3 मैच T20 वर्ल्ड कप के थे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इन मैचों में हुई स्पॉट फिक्सिंग से मैच के परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा है।वर्ल्ड टी20 के 3 मैचों में भी फिक्सिंग का दावा किया गया है. साथ ही यह भी दावा है कि इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच 2012 में खेले गए तीनों टेस्ट मैचों में फिक्सिंग की गई।

अल जजीरा को कई ऐसी फाइल मिली हैं जिसमें मुनव्वर की कॉल रिकॉर्डिंग शामिल है जिसमें उसने दिनेश खंबत को फोन किया. खंबत दिनेश कलगी का साथी रहा जिसकी साल 2014 में मौत हो गई थी।

डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि मुनव्वर में इंग्लैंड के एक प्लेयर को 2011 में कॉल किया और कहा- एशेज के लिए मुबारक हो. आपके अकाउंट में बकाया रकम एक सप्ताह में पहुंच जाएगी। इसके जवाब में प्लेयर कहता है- शानदार. हालांकि जब इस क्रिकेटर (जिसका नाम नहीं बताया गया) से पूछा गया तो उन्होंंने साफ तौर पर इंकार किया और इस ऑडियो को ‘झूठा’ करार दिया।

इसमें उमर अकमल को ‘डी कंपनी’ के एक सदस्य से होटल लॉबी में मुलाकात करते तस्वीरें दिखाई गई हैं जो दुबई में पाकिस्तान-इंग्लैंड टेस्ट से पहले की बात है।

निम्न मैचों में हुई स्पॉट फिक्सिंग-
‘क्रिकेट मैच फिक्सर्स: द मुनव्वर फाइल्स’ के शीर्षक से रिलीज़ हुई अल जजीरा की डाक्यूमेंट्री में दावा किया गया है कि 2011 में खेला गया भारत-इंग्लैंड का लॉर्ड्स टेस्ट, केपटाउन में खेला गया साउथ अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट और संयुक्त अरब अमीरात(UAE) में इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच खेली गई सीरीज के कई मैचों में स्पॉट फिक्सिंग हुई थी।

इसमें यह भी दावा किया गया है कि स्पॉट फिक्सिंग के इन मामलों में वह खिलाड़ी संलिप्त हैं जिन्होंने ख़राब प्रदर्शन करने के लिए हामी भरी है। रिपोर्ट के अनुसार इन फिक्सिंग के दौरान दुनिया के कुछ सबसे प्रसिद्ध बल्लेबाज मैदान पर बल्लेबाजी कर रहे थे। कुल मिलाकर 15 मैचों में 26 स्पॉट फिक्सिंग के मामलों का दावा किया गया है।

कौन है अनील मुनव्वर-
अल जजीरा ने मई 2018 में रिलीज़ हुई डॉक्यूमेंट्री ‘क्रिकेट मैच फ़िक्सर’ में पहली बार स्पॉट फ़िक्सर अनील मुनव्वर को दिखाया था। इस डाक्यूमेंट्री ने क्रिकेट जगहत में भूचाल ला दिया था। मुनव्वर मुंबई का रहने वाला है लेकिन वह अधिकतर दुबई में रहता है। अल जजीरा ने नयी डाक्यूमेंट्री में यह दावा किया है कि यह शख्स 2010 से क्रिकेट को भ्रष्ट बना रहा है। अल जजीरा ने बड़ा दावा किया है कि ICC को मुनव्वर के बारे में 8 सालों से जानकारी थी, लेकिन उन्होंने डाक्यूमेंट्री में इस शख्स के दिखाए जाने के बाद ही उसे ढूंढने के लिए दुनिया भर से अपील की।

अल-जज़ीरा की इस धमाकेदार इनवेस्टिगेटिव रिपोर्ट के खुलासे के बाद ICC की ऐंटी करप्शन यूनिट के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने कहा कि क्रिकेट की यह वैश्विक संस्था मामले की पूरी जांच करेगी।

उन्होंने कहा, ‘हम इस डॉक्यूमेंट्री के कॉन्टेंट को फिर से देखेंगे और हर तरह के आरोपों की जांच की जाएगी. हमारे पास खेल से भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए पहले से काफी ज्यादा संसाधन हैं।’

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