दिल्ली में रोहिणी जिला अदालत परिसर के अंदर हाल ही में हुए विस्फोट के आरोप में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के 47 वर्षीय वैज्ञानिक भारत भूषण कटारिया को गिरफ्तार किया गया है, पुलिस के अनुसार गिरफ्तार भारत भूषण पर आरोप है कि उसने अदालत में टिफिन बम लगाकर एक वकील को जान से मारने की कोशिश की थी। जिस वकील को मारने की कोशिश की गई थी वो अदालत में सुनवाई में शामिल होने वाला था।

पुलिस ने कहा कि भारत भूषण और वकील अमित वशिष्ठ दोनों अशोक विहार में एक ही इमारत में रहते थे, और आम छत के इस्तेमाल को लेकर उनका विवाद चल रहा था। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वकील ने आरोपी के खिलाफ सात मामले दर्ज किए थे जबकि भूषण ने वकील के खिलाफ पांच मामले दर्ज किए थे।

जिस दिन अदालत को आरोप तय करने की सुनवाई करनी थी विस्फोट उसी दिन हुआ। भारत भूषण को डर था कि फैसला उसके विरुद्ध होने पर उसका करियर नष्ट हो जाएगा। वैज्ञानिक ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि वह वकील को मारना चाहता था और इसलिए उसने IID लगाया।

फोरेंसिक विशेषज्ञों और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) ने पाया कि टिफिन में रखे बम के सर्किट को ठीक से असेंबल नहीं किया गया था, जिसके कारण आधा किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट-आधारित विस्फोटक में ब्लास्ट नहीं हो पाया और सिर्फ डेटोनेटर में ही ब्लास्ट होकर रह गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.