स्पेशल रिपोर्ट – वाया : मकतूब मीडिया

सुप्रीम कोर्ट के वकील मरहूम एहतेशाम हाशमी जिनका जिनका 9 फ़रवरी को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, बजरंग दल के एक नेता की जमानत अर्जी का विरोध करने के दौरान इंदौर जिला अदालत के अंदर 28 जनवरी को लगभग 300 वकीलों ने घेर लिया था और मुस्लिम विरोधी नारे लगाए थे।

न्यूज़लॉन्ड्री वेबसाइट के अनुसार, हिंदुत्व ताकतों के खिलाफ कानूनी सक्रियता के लिए जाने जाने वाले हाशमी को उनकी मौत से दो हफ्ते पहले अदालत के अंदर धमकी दी गई थी।

तनु शर्मा उन चार लोगों में शामिल थे जिन्हें 25 जनवरी को इंदौर में पठान फिल्म के विरोध में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया गया था।

“एहतेशाम हाशमी उनकी गुड लिस्ट में नहीं थे क्योंकि पिछले साल उन्होंने मुस्लिम चूड़ी विक्रेता के लिए जमानत हासिल की थी … वे अक्सर अपने हलकों के भीतर कहते थे कि हाशमी एक पीएफआई एजेंट है … अगले दिन 28 जनवरी को लगभग 300 वकील अदालत में एहतेशाम हाशमी पर हमले की नियत से इकठ्ठा हुए थे। वो सब ऐसा करके एक मिसाल कायम करना चाहते थे ताकि कोई भी वकील आगे ऐसे मामलों को लड़ने की हिम्मत न करे…उस दिन तनु शर्मा को ज़मानत मिल गई थी, एहतेशाम हाशमी पुलिस सुरक्षा में बाहर आये थे।” नाम न बताने की शर्त पर एक वकील ने न्यूज़लॉन्ड्री बताया।

खुद एहतेशाम हाशमी ने न्यूज वेबसाइट को बताया कि उन्हें 27 जनवरी को कोर्ट के अंदर धमकी दी गई थी लेकिन उन्होंने धमकियों को ज्यादा महत्व नहीं दिया और बहस जारी रखी।

“अगले दिन अदालत वकीलों से भरी हुई थी जो तनु शर्मा के समर्थन में आए थे। जज के बार-बार कोर्ट छोड़ने के आदेश के बावजूद वे बाहर नहीं निकले। मुझे मेरे सूत्रों ने पहले ही आगाह कर दिया था कि मुझ पर हमला हो सकता है और मैंने पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। पुलिस मुझे अदालत के बाहर ले गई… मैं इंदौर पुलिस का शुक्रगुजार हूं।’

हाशमी ने हिंदी दैनिक दैनिक भास्कर को मानहानि का नोटिस भी भेजा। उनका कहना था कि “उन्होंने मेरे बारे में अप्रत्यक्ष रूप से एक पूरी तरह से नकली कहानी चलाई। वे इसे सत्यापित किए बिना समाचार कैसे चला सकते हैं?”

मरहूम एहतेशाम हाशमी मुस्लिम विरोधी हिंसा के पीड़ितों को कानूनी सहायता देने में बहुत सक्रिय रहे थे। उन्होंने ने पिछले साल एक मुस्लिम चूड़ी विक्रेता के लिए जमानत हासिल की थी, जिसे हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने बेरहमी से पीटा था और मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

मरहूम एहतेशाम हाश्मी मुस्लिम विरोधी हिंसा प्रभावित क्षेत्रों त्रिपुरा और उज्जैन के नवीनतम दौरे सहित कई तथ्यान्वेषी यात्राओं का भी हिस्सा रहे थे।

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