आधार को लेकर बढती शंकाओं और सवालों के बीच पूर्व सीआईए ऑफिसर एडवर्ड स्नोडेन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इसके जरिए जनता की जासूसी की जा रही है. वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए जयपुर के एक कार्यक्रम में शामिल होने वाले स्नोडेन ने कहा कि ये बहुत भयानक है कि आधार को अनिवार्य रुप से हर चीज से जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में इससे बड़ा धोखा और कुछ नहीं है, जब सरकार आपसे कहती है कि आप अपने अधिकारों, डेटा सुरक्षा व निजता के बारे में चिंता न करें.
विगत दिनों कई एंड्रायड फोन यूजर्स ने पाया कि उनकी कॉन्टैक्ट लिस्ट में UIDAI का हेल्पलाइन नंबर जोड़ दिया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, स्नोडेन ने इस मामले पर बोलते हुए कहा कि UIDAI कहता है कि फोन नंबर गलत है, ये हमने नहीं किया है. लेकिन ये वही नंबर है जो आपके कार्ड के पीछे छपा है. उन्होंने कहा कि UIDAI का तर्क है कि ये गूगल की गलती है, हम नहीं जानते हैं कि क्या हुआ है. स्नोडेन ने कहा कि UIDAI कहती है कि आपको इस गड़बड़ी का हवाला देकर सिस्टम की आलोचना नहीं करनी चाहिए, ये गलत है.
UIDAI के आलोचनाओं से निपटने के इस रवैये की भी स्नोडेन ने निंदा की. उन्होंने कहा कि आधार के बारे में कई स्कैंडल आ चुके हैं, और उन्हें इनका तार्किक जवाब देना चाहिए, उन्हें आलोचनाओं पर सिस्टम को दुरुस्त करना चाहिए, न कि यह कहना चाहिए कि कोई भी आलोचना असंवैधानिक है, ये तो खौफ फैलाने जैसा है. आधार को लेकर स्नोडेन हमेशा से ही संदेहास्पद राय व्यक्त करते आए हैं. उनके अनुसार, भारत में आधार को हर चीज से लिंक कराए जाने पर यहां के लोगों की आजादी प्रभावित हो रही है. स्नोडेन दुनिया भर में कई खूफिया सूचनाओं को लीक करने के लिए जाने जाते हैं.
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