फोटो में जो बच्चा नज़र आ रहा है उसका नाम है ज़ियाद मोहम्मद, मिस्र के रहने वाले 11 वर्षीय ज़ियाद के जन्म से ही दोनों हाथ नहीं थे, जब वो बड़ा हुआ और स्कूल जाने लगा तो उसे दिक़्क़तों का सामना होने लगा, वो लिख नहीं सकता था, इस परिवार के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो ज़ियाद के लिए प्रोस्थेटिक हाथ का इंतज़ाम कर सके।
ज़ियाद के पिता उसकी ये बेबसी देख कर दुखी रहते थे, उन्होंने खुद ही इसके लिए कोशिश शुरू की और एक प्लास्टिक की बोतल लेकर उसे ख़ास जगह से काट कर ज़ियाद के हाथ में लगा दिया, बोतल के आगे जुगाड़ कर पेन फिट कर दिया ताकि वो उस बोतल को पहन कर लिख सके।
इसके अलावा उन्होंने बोतल में कट लगाकर चम्मच रखने की जगह भी बनाई ताकि वो चम्मच से अपने हाथ से खाना खा सके।
पिता की इस कोशिश से ज़ियाद की ज़िंदगी में एक नयापन आ गया, अब वो उस बोतल की मदद से लिखने लगा, खाना खाने लगा। उसके पिता कहते हैं कि ज़ियाद की ख़ुशी देखकर बहुत अच्छा लगता है मगर ये एक अस्थाई तरीक़ा है, वो एक जर्मन कंपनी के संपर्क में भी हैं जो इस तरह के बच्चों के लिए प्रोस्थेटिक हाथ बनाती है।
वहीँ CBS न्यूज़ की खबर के अनुसार ज़ियाद मोहम्मद की मार्मिक कहानी मीडिया में आने के बाद दुनिया भर से लोग सहयोग करने आगे आये और कुछ लोगों ने एक संस्था e-NABLE के साथ मिलकर Gofundme.com पर ज़ियाद के लिए फण्ड रेजिंग शुरू की, इनका टारगेट केवल $2,000 है ताकि उस पैसे से वो ज़ियाद के लिए 3D प्रिंटेड प्रोस्थेटिक हाथ का इंतेज़ाम कर सकें।
इससे पहले वैश्विक मीडिया में दोनों पांवों से वंचित एक सीरियन बच्ची मारिया मेहरी की कहानी चर्चा में आने के बाद तुर्की रेड क्रेसेंट मदद के लिए आगे आई और उस बच्ची का तुर्की में ऑपरेशन कर प्रोस्थेटिक पांवों का इंतज़ाम किया गया था।
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