गीता गोपीनाथ को अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने चीफ इकॉनमिस्ट नियुक्त किया है, यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने वाली गीता पहली महिला और दूसरी भारतीय है।
Indian Express की खबर के अनुसार इससे पहले RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी IMF में चीफ इकोनॉमिस्ट के पद पर रह चुके हैं, मैसूर में जन्मी गीता गोपीनाथ को मुद्राकोष से 31 दिसंबर को रिटायर हुए मौरिस आब्स्टफेल्ड की जगह लाया गया है। इससे पहले गीता हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल स्टडीज ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर के पद पर रही हैं, आईएमएफ के चीफ इकोनॉमिस्ट का पद संभालने वाली गीता को साल 2017 में केरल सरकार ने वित्तीय सलाहकार नियुक्त किया था।
गीता ने लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। गीता ने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन से मास्टर्स किया। साल 2001 में उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में पीएचडी की पढ़ाई पूरी की थी।
गीता ने व्यापार और निवेश, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट, मुद्रा नीतियां, कर्ज और उभरते बाजार की समस्याओं पर 40 रिसर्च लेख लिखे हैं, साल 2001 से शिक्षा के क्षेत्र में साल 2001 में गीता ने शिकागो यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर का पद संभाला और फिर साल 2005 में वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी चली गईं। साल 2010 में गीता यहां पर फुल टाइम प्रोफेसर बन गईं। वह अमेरिकन इकोनॉमिक रिव्यू की को-एडीटर हैं।
गीता अपने पति इक़बाल धालीवाल और एक बेटे से साथ कैम्ब्रिज में रहती हैं। उनके पति भी इकोनॉमिस्ट में ग्रेजुएट हैं और 1995 बैच के आईएएस टॉपर थे। इकबाल IAS की नौकरी छोड़ प्रिंसटन पढ़ने चले गए थे।
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