केरल बाढ़ त्रासदी के बाद बाढ़ पीड़ितों के लिए न सिर्फ दुनिया ने मदद के लिए हाथ बढ़ाये थे, बल्कि देश से भी कई लोग और संस्थाएं मदद के लिए दौड़ पडी थीं, इसके साथ ही केरल से दिल को सुकून देने वाली मिसालें भी आने लगीं, चाहे वो दादरा नगर हवेली के कलेक्टर कन्नन गोपीनाथ हों जो चुपचाप छुट्टी लेकर बिना अपनी पहचान बताये बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे थे, या NDRF का मुकेश हो, IRW हो या MEEM हो या MMS हो या फिर विस्तारा एयरलाइन्स हो जिसने कि केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जाने वाले लोगों और संस्थाओं को फ्री टिकट दिया था।

लोगों ने किसी भी हालत में केरल के बाढ़ प्रभावित जनता की मदद की। बाढ़ से लोगों को निकालने में सेना के जवान से लेकर स्थानीय मछुआरे भी लगे हुए थे। ये मछुआरे अपना काम धाम छोड़कर केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद को दौड़ पड़े थे, बाढ़ के दौरान एक विडियो वायरल हुआ था जिसमें एक व्यक्ति पानी में नाव के पास झुककर बैठ गया है, और महिलाएं उसकी पीठ पर पैर रखकर नाव में सवार हो रही हैं।

उस शख्स का नाम जैसल था जो कि मछुआरे समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। तो बात ये है कि जैसल का साहस और उनकी कर्मठता से प्रभावित होकर महेंद्र मोटर्स ग्रुप के चेयरमैन आनंद महेंद्रा ने उन्हें नई कार मराज़ो गिफ्ट की है, जिसकी अनुमानित क़ीमत दस लाख रूपये है।

दरअसल जब केरल में बाढ़ आई तो मछुआरों ने बिना कुछ सोचे बाढ़ पीड़ितों को बचाने का फैसला कर लिया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन और सेना के जवानों को आने में वक्त था तो सबसे पहले मछुआरे ही बचाव ऑपरेशन की कमान संभाल रहे थे। इन मछुआरों का साहस देखकर राज्य सरकार ने उन्हें 3-3 हजार रुपये देने की घोषणा की थी लेकिन मछुआरों ने इस मदद को लेने से इनकार कर दिया।

मछुआरों का कहना था कि वे इंसानियत का हक अदा कर रहे थे और उन्हें कुछ नहीं चाहिए। जैसल भी उन्हीं मछुआरों में से एक थे जो पूरे जी जान से लोगों को बचाने में जुटे थे। जब उनका वीडियो वायरल हुआ तो लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की। अब केरल में महिंद्रा मोटर्स के डिस्ट्रीब्यूटर इरम मोटर्स ने जैसल को ब्रैंड न्यू महिंद्रा मराजो गिफ्ट की है। बीते शुक्रवार को केरल के एक्साइज मंत्री टीपी रामकृष्णन और कंपनी के अधिकारियों की उपस्थिति में जैसल को गाड़ी की चाबी सौंपी गई।

आपको बता दें कि महिंद्रा की इस गाड़ी की शुरुआती कीमत 10 लाख रुपये है। इस मौके पर उत्साहित नजर आ रहे जैसल ने कहा कि उन्होंने बस अपना कर्तव्य निभाया था लेकिन उन्हें नहीं पता था कि लोग उन्हें इतना सम्मान और पुरस्कार देंगे। उन्होंने कहा कि अब वे इस गाड़ी को भी लोगों की सेवा में लगा देंगे।

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