देश में महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही है, वहीँ विदेशों में भी महात्मा गाँधी को उसी सम्मान और आदर के साथ याद किया जा रहा है, फिलिस्तीन, तुर्की और उज्बेकिस्तान ने महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर डाक टिकट जारी कर उन्हें सम्मान दिया है। इस अवसर पर तीनों देशों ने गांधी और विश्व को दिए उनके योगदान की प्रशंसा की।

Republic World के अनुसार गांधी जयंती के अवसर पर, फिलिस्तीन, तुर्की और उज्बेकिस्तान ने 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया है। फिलिस्तीन ने मंगलवार को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर रामल्ला में ‘गांधी की विरासत और मूल्यों’ के सम्मान में डाक टिकट जारी किया. फिलिस्तीन अथॉरिटी (PA) के दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री इसहाक सेदेर ने यहां मंत्रालय में आयोजित एक समारोह में भारत के प्रतिनिधि सुनील कुमार की मौजूदगी में यह डाक टिकट जारी किया।

सेदेर ने कहा कि गांधी की याद में डाक टिकट जारी किया गया है जिनकी विरासत और मूल्यों ने मानवता को राह दिखाने का काम किया है और आगे भी करते रहेंगे। सुनील कुमार ने कहा कि राष्ट्रपिता को सम्मानित करने का यह कदम भारत और फलस्तीन के बीच मजबूत ऐतिहासिक, राजनैतिक संबंधों की प्रगाढ़ता को प्रतिबिंबित करता है।

उज्बेकिस्तान, तुर्की भी डाक टिकट जारी किये :

एक भारतीय मीडिया प्रकाशन के अनुसार, उज्बेकिस्तान के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्रालय और डाक विभाग ने भी एक संयुक्त पहल के रूप में एक स्मारक गांधी डाक टिकट जारी किया है। रिपोर्ट में आगे उल्लेख किया गया है कि डाक टिकट 52×37 मिमी आकार का है और गांधी की छवि ऐतिहासिक भारतीय स्मारकों की पृष्ठभूमि के साथ है, जिसे सुलेमानोवा यू द्वारा डिज़ाइन किया गया था और छवि को फार्मोनोवा एस द्वारा स्केच किया गया था।

इसी तरह तुर्की के डाक विभाग ने भी महात्मा गाँधी के सम्मान में डाक टिकट जारी किया है, तुर्की के डाक विभाग की प्रेस विज्ञप्ति में महात्मा गांधी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप की स्वतंत्रता का बीड़ा उठाया, अपना जीवन जातिवाद और भेदभाव को मिटाने, गरीबी को कम करने, सभी को समान और स्वतंत्र बनाने के लिए समर्पित कर दिया।

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