क्या आप सोच सकते हैं कि एक 85 प्रतिशत लकवाग्रस्त लड़की अपने दाहिने पैर की दो उंगलियों से चित्रकारी करती है ? और दुनिया में तथा इंटरनेट सनसनी बनी हुई है, इस युवा कलाकार का नाम है फतेमेह हमामी नसराबादी जो एक ईरानी हैं, और अपने पसंदीदा सेलेब्स के अद्भुत चित्र बनाकर दुनिया भर में धूम मचा रही हैं।

फतेमेह हमामी नसराबादी का जन्म 1 फरवरी, 1989 को इस्फहान प्रांत के छोटे से शहर सेफद में हुआ था। वह जुड़वाँ बच्चों में से दूसरी संतान थी, जो उसकी बहन ज़हरा के बाद पैदा हुई थी। जब फतेमा का जन्म हुआ, तो डॉक्टरों ने उसकी मां को बताया कि उसे ऑक्सीजन की कमी हो गई है। और शायद आगे जाकर वो गंभीर रूप से शारीरिक रूप से अक्षम हो जाए।

अपनी बेटी की विकलांगता को पूरी तरह से स्वीकार करने में उसकी माँ को अधिक समय नहीं लगा। जैसे जैसे वो बड़ी होती गयी उसकी शारीरिक विकलांगता सामने आती गई, उसका 85 फ़ीसदी शरीर बेकार हो चुका था। मां ने उसे एक सामान्य प्राथमिक स्कूल में भेजने का फैसला किया क्योंकि, उसकी बेटी के सात साल की होने से पहले ही, वह देख सकती थी कि वह अपने रोज़मर्रा के कई काम अपने पैरों से कर रही थी।

स्कूल में लिखने के लिए हमामी अपने दाहिने पैर की उंगलियों के बीच पेन लेकर लिखा करती थी, वह पाँचवीं कक्षा तक अपनी जुड़वाँ बहन के साथ स्कूल गई, लेकिन उसका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, इसलिए फ़तेमेह के पास पढ़ाई छोड़ने के अलावा को चारा नहीं था।

हालांकि, कुछ साल बाद कोशिश करके उसे पास के शहर कशान में विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए एक स्कूल में एडमिशन करा दिया गया, जहाँ उसकी प्रतिभा को वहां के शिक्षक करनी ने देखा और उन्होंने हमामी को ईरान के कला परिदृश्य में एक प्रमुख कलाकार बनने में मदद की। हमामी अपने पैर की उँगलियों से चित्रकारी करने लगी और जल्दी ही उसे इसमें कौशलता हासिल कर ली।

2016 में, विश्व नागरिक संगठन ( WCO) के अध्यक्ष डॉ. यंगहून क्वाक ने फतेमेह हमामी के अद्भुत चित्रों के बारे में सुनने के बाद उनसे मिलने के लिए ईरान की यात्रा की थी।

वो कहते हैं कि “जब मैंने फतेमेह हमामी को करीब से काम करते देखा, तो मैं इतना द्रवित हो गया कि मैं रो पड़ा, इस प्रतिभा और काम और जीवन के लिए आशा के प्रति अपना सम्मान दिखाने के लिए, मैंने उसका हाथ चूमा।” उन्होंने फतेमेह हमामी को विश्व नागरिक संगठन का मानद सदस्य भी बनाया था।

फातेमे फुटबॉल की कट्टर प्रशंसक भी है और क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेसी की बड़ी फैन है। उसने इन दो महान फुटबॉलरों के चित्रों को चित्रित करने का बीड़ा उठाया। उसने एक साक्षात्कार में कहा, “फुटबॉल में मेरी रुचि ने मुझे रोनाल्डो और मेसी सहित प्रसिद्ध विश्व फुटबॉल खिलाड़ियों के चित्र बनाने के लिए प्रेरित किया। मेरे दोस्तों ने ला लीगा को पोर्ट्रेट की फोटो भेजने में मेरी मदद की। ला लिगा ने इसकी सराहना की और मुझे एक असली टी-शर्ट भेजी।” फातेमे के मुताबिक “क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने कहा कि अगर वह ईरान आएंगे तो वह खुद उनसे मिलने आएंगे और उनका काम देखेंगे।”

फातेमे अपनी सीमाओं के बावजूद बड़े सपने देखती है और वैश्विक ख्याति अर्जित करना चाहती है। वह कहती हैं, “मैं इतना प्रसिद्ध होना चाहती हूं कि ईरान आने वाला हर व्यक्ति मेरे पास आए और मेरा काम देखे।” आज तक फातेम ने अपने फुटबॉल आइकन के अलावा कई मशहूर हस्तियों के चित्र बनाए और चित्रित किए हैं। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध कॉमेडियन, चार्ली चैपलिन, प्रसिद्ध ईरानी अभिनेता मेहरान मोदिरी, ईरानी फ़ुटबॉल के दिग्गज अली दाई और यहां तक ​​कि भारतीय बॉलीवुड आइकन, शाहरुख खान, सलमान खान जैसे अन्य लोगों के चित्र बनाए हैं। पोट्रेट्स के अलावा उन्हें पक्षियों और जानवरों को पेंट करने का भी शौक है।

फातेमे ने तेहरान और उसके आसपास अपने कार्यों की कई प्रदर्शनियां आयोजित की हैं। उसका अंतिम सपना अपनी खुद की एक आर्ट गैलरी का मालिक बनना और विश्व प्रसिद्ध होना है। अपने देश और दुनिया के लोगों से उसे जो प्यार मिलता है, वह उसके सपने को सच करने के लिए काफी है।

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