जैसा कि ख़बरों में बताया गया था कि जो बाइडेन प्रशासन में 20 भारतीय-अमेरिकियों को शामिल किया गया है, मगर अब इनमें से दो भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेट्स को RSS/भाजपा से सम्बन्ध होने के कारण टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।

Tribune India की खबर के अनुसार जिन दो भारतीय-अमेरिकियों को टीम से बाहर किया गया है उनके नाम हैं : सोनल शाह और अमित जानी। सोनल शाह ओबामा कार्यकाल में प्रशासनिक स्टाफ में थीं, जबकि अमित जानी ने राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडेन के लिए प्रचार किया था।

इन दोनों भारतीय-अमेरिकियों के निकाले जाने का एक प्रमुख कारण था कि दिसंबर 2020 में 19 भारतीय-अमेरिकी संगठनों ने जो बाइडेन को लिखे पत्र में कहा था कि “भारत में दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों के साथ संबंध रखने वाले कई दक्षिण एशियाई-अमेरिकी व्यक्ति डेमोक्रेटिक पार्टी से संबद्ध हैं”। इन संगठनों ने कहा था कि बाइडेन प्रशासन में ऐसे लोगों के लिए ‘कोई सहिष्णुता’ नहीं होनी चाहिए।

पत्र में विशेष रूप से सोनल शाह और अमित जानी का उल्लेख किया गया था, उन्हें “हिंदू वर्चस्ववादी समूहों से फण्ड प्राप्त करने और उनके समर्थन में सार्वजनिक बयान देने वालों” के रूप में वर्णित किया गया था।

सोनल शाह ने बाइडेन की यूनिटी टास्क फोर्स में सेवा की है, लेकिन उनके पिता BJP-USA की प्रवासी मित्र की अमेरिकी शाखा के अध्यक्ष थे और RSS द्वारा संचालित एकल विद्यालय के संस्थापक थे।

19 संगठनों द्वारा लिखे गए पत्र में ऐसे लोगों को आरएसएस और भाजपा के ‘विदेशी एजेंट’ बताया गया है। ये लोग “अक्सर अपने अल्पसंख्यक दर्जे और डेमोक्रेटिक पार्टी के मूल्यों का हवाला देते हुए ट्रम्प विरोधी होने का दावा करते हैं। लेकिन भारत में वे ट्रम्पवाद और हिंदू वर्चस्व के समर्थन में नज़र आते हैं।”

जो बाइडेन प्रशासन में शामिल होने वाले अन्य भारतीय-अमेरिकियों में विवेक मूर्ति, नीरा टंडन, उज़रा ज़ेया और समीरा फ़ाज़िली शामिल हैं।

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