जुलाई 2019 को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 13,594 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया। Indian Express की खबर के अनुसार इससे पहले कैबिनेट की बैठक में अनुपूरक बजट के मसौदे को मंजूरी प्रदान की गई। याेगी सरकार ने अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव के आयोजन पर खर्च करने के लिए 6 करोड़ रुपए की व्यवस्था बजट में की है।

वहीँ अयोध्या, और पड़ोसी शाहजहांपुर और फिरोजाबाद में मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड करने के लिए केवल 5 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जारी की गयी ये राशि बहुत ही कम है। गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन की कमी से मारे गए बच्चों की बात अभी पुरानी नहीं हुई है, ऐसे में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने लिए अधिक बजट का प्रावधान किया जाना चाहिए था।

साथ ही योगी सरकार ने मिर्जापुर में विंध्यवासिनी धाम और सीतापुर जिले के नैमिषारण में 10 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। अयोध्या में “भंजन संध्या स्थली” के विकास के लिए, 4.85 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए, जबकि राज्य के सांस्कृतिक विभाग द्वारा अयोध्या में किए जाने वाले विभिन्न कार्यों के लिए 4.80 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं। सरकार ने सरयू नेहर परियोजना के तहत अयोध्या में राम की पौड़ी के प्रस्तावित “पुन: मॉडलिंग” के लिए 10 करोड़ रुपये निर्धारित किए थे।

फरवरी के मुख्य बजट में, योगी सरकार ने तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों – अयोध्या, मथुरा-वृंदावन और वाराणसी को विकसित करने पर ही मुख्य ध्यान केंद्रित किया था। अयोध्या को तब तीन शहरों के विकास के लिए आवंटित 720 करोड़ रुपये में से शेयर का सबसे बड़ा हिस्सा 301 करोड़ रुपये मिला था।

(चित्र साभार : पत्रिका ई पेपर)

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