दिल्ली के अनाज मंडी के आवासीय इलाके में चल रही एक फैक्ट्री में आज सुबह 5:30 बजे आग लगने के कारण 44 लोगों की मौत हो गई और 17 लोग जख्मी हैं। जब ये आग लगी उस वक्त फैक्ट्री के अंदर 60 के लगभग लोग सो रहे थे। इनमें से ज्यादातर मौतें दम घुटने के कारण हुईं।

इस अग्निकांड में मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती थी अगर एक फायरमैन राजेश शुक्ला जान पर खेल कर 11 लोगों की जान नहीं बचाते, बताया जा रहा है कि फायरमैन राजेश शुक्ला ने सबसे पहले आग लगी उस ईमारत में प्रवेश किया और वहां से 11 लोगों को जान पर खेल कर बाहर लेकर आये। इस दौरान वो खुद भी घायल हो गए उनको एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने फायरमैन राजेश शुक्ला से अस्पताल जाकर मुलाक़ात की और उनके साहसिक कार्य के लिए प्रशंसा करते हुए उपरोक्त फोटो ट्वीट करते हुए लिखा ” फायरमैन राजेश शुक्ला असली हीरो हैं। ये वो पहले इंसान हैं जिन्होंने ईमारत में प्रवेश किया और 11 लोगों की जान बचाई। उनकी हड्डियों में दिक्तत होने के बावजूद भी उन्होंने अंत तक अपना काम किया। मैं इस बहादुर हीरो को सलाम करता हूं।”

बताया जा रहा है कि रिहायशी इलाक़े में चल रही उस फैक्ट्री में स्कूल बैग और खिलौने बनाए जाते थे। दमकल विभाग के अधिकारीयों ने बताया कि फैक्ट्री में प्लास्टिक बैग्स, बोतलें और अन्य सामान रखा हुआ था। प्लास्टिक होने की वजह से जल्दी आग फ़ैली और धुआं ज्यादा हुआ, इसलिए दम घुटने से लोगों की मौतें हुईं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आग में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता की घोषणा की है। सरकार ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और सात दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है।

दिल्ली पुलिस ने कारखाने के दो मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ताज़ा अपडेट्स और सूत्रों के अनुसार कारखाने के मालिक का भाई गिरफ्तार कर लिया गया है, मुख्य आरोपी की तलाश जारी है, इस अग्निकांड की जांच क्राइम ब्रांच करेगी।

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