बैंकॉक में बहरीन के फुटबॉल खिलाडी हकीम अलारैबी को इंटरपोल के नोटिस के कारण 27 नवंबर को हिरासत में ले लिया गया है, उसकी हिरासत पर थाईलैंड में मानवाधिकार संगठनों ने सड़कों पर विरोध प्रदशर्शन किया है।
Al Jazeera के अनुसार हकीम अलारैबी बहरीन की राष्ट्रिय टीम के सदस्य थे, 2014 में अरब क्रांति के समय एक पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ का आरोप लगा था, 2011 में उन्हें उनके भाई की राजनैतिक गतिविधियों के कारण गिरफ्तार कर प्रताड़ित किया गया था।
2014 में वो किसी तरह से बचकर ऑस्ट्रेलिया चले गए जहाँ तीन साल पहले उन्हें शरणार्थी का दर्जा मिल गया था, उसके बाद हकीम अलारैबी ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न क्लब से खेलने लगे थे।
थाईलैंड के मानवाधिकार समूहों ने बताया कि उसे एक निजी यात्रा के दौरान मंगलवार को बैंकॉक के स्वर्णभूमि हवाईअड्डे पर हिरासत में लिया गया। उसे इंटरपोल के रेड नोटिस पर वापस बहरीन भेजा जा सकता है।
अलारैबी ने हवाईअड्डे से एक वीडियो साक्षात्कार में कहा, ‘‘वे मुझे बहरीन में मारना चाहते हैं।’’
थाईलैंड के मानवाधिकार संगठनों ने हकीम अलारैबी की हिरासत पर आपत्ति जताई है और उसे बहरीन डिपोर्ट न करने के लिए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उनका कहना है कि एक आस्ट्रेलियन शरणार्थी की इस तरह से गिरफ़्तारी न सिर्फ निंदनीय है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय नियमों का भी उल्लंघन है।
वहीँ दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है, उनका कहना है कि वो लगातार थाईलैंड सरकार के संपर्क में हैं।
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