अफ़ग़ानिस्तान के ग़ौर प्रान्त के एथलीट, फ्री स्टाइल फुटबॉलर और बॉडी बिल्डर 23 वर्षीय रक़ीब फ़ारूक़ी अपना देश छोड़ गए हैं । फ़ारूक़ी अफ़ग़ानी आइस मैन (Iceman of Afghanistan) और अफगानी हल्क के नाम से जाने जाते हैं। फ़ारूक़ी खेलों के ज़रिये शांति का सन्देश देते रहे हैं।

फ़ारूक़ी अफगानी युवकों के रोल मॉडल भी हैं और सोशल मीडिया पर भी बहुत प्रसिद्द हैं। 23 साल के फारूकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अफ़ग़ानिस्तान के लिए मेडल जीतना चाहते थे। वह सात साल से कई खेलों के लिए ट्रेनिंग कर रहे थे, बॉडी बिल्डिंग के अलावा वह वेटलिफ्टिंग, पावरलिफ्टिंग भी करते हैं।

एक साक्षात्कार में अफ़ग़ानिस्तान में फ्रीस्टाइल फुटबॉल के संस्थापक और चैंपियन फारूकी ने तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफगानिस्तान में सुरक्षा और खेल की स्थिति को “चिंताजनक” बताया था।

उनका कहना था कि “मैंने अपना खेल जारी रखने और अपनी योजनाओं को पूरा करने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इस दौरान मुझे कई बार अज्ञात और संदिग्ध लोगों द्वारा धमकी दी गई और अंततः मुझे अपनी जान बचाने और अपनी खेल गतिविधियों को जारी रखने के लिए देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया।

एक साल पहले एक इंटरव्यू में अफ़ग़ानिस्तान के आइस मैन ने कहा था कि सर्दियों में कड़ा और थका देने वाला खेल प्रशिक्षण का मकसद दुनिया को यह दिखाना है कि अफ़ग़ानिस्तान के लोग अपने देश से प्यार करते हैं और शांति के लिए काम कर रहे हैं।

उस समय, फारूकी अफ़ग़ानिस्तान में शांति और युद्धरत पक्षों के बीच एक समझौता चाहते थे ताकि अफ़ग़ानों को फिर से प्रवास करने के लिए मजबूर न किया जाए, लेकिन अब वह खुद अपने देश और अपनी आकांक्षाओं को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए है।

रक़ीब फ़ारूक़ी को तुर्की सीरीज में काम करने का भी ऑफर मिला था, उनके कहना है कि “मैंने अभी एक फिल्म में अभिनय करना शुरू किया था और एक श्रृंखला के लिए एक तुर्की फिल्म कंपनी के साथ अनुबंध किया था, लेकिन अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के क़ब्ज़े ने मेरे सारे सपने तोड़ दिए। अब मैं इमिग्रेशन के जरिए अपने सपनों को पूरा करना चाहता हूं।

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