अल जज़ीरा में वायरल ये वीडियो है काहिरा निवासी हीबा अल सैयद का, ये अपने बीमार शौहर को 6 साल से अपने कंधे तो कभी पीठ पर लाद कर अस्पताल ले जाती हैं। 32 वर्षीय हीबा की शादी 14 साल पहले अल बदावी से हुई थी।

कुछ सालों बाद बीमारी से अल बदावी की दोनों किडनियां फेल हो गयीं, हेपेटाइटिस B और C के साथ हड्डियों के भंगुर होने की बीमारी Osteoporosis भी हो गयी, लिवर बढ़ गया और एक हाथ ने काम करना बंद कर दिया।

आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से हीबा अपने शौहर अल बदावी को सप्ताह में तीन बार डायलसिस के लिए अपनी पीठ पर तो कभी अपने कन्धों पर लाद कर अस्पताल ले जाती हैं, हीबा का कहना है कि जब उन्होंने अल बदावी से कहा था कि वो उन्हें अपनी पीठ पर लाद कर डायलसिस के लिए अस्पताल ले जाया करेंगी तो उन्होंने ये कहकर मना कर दिया था कि लोग क्या कहेंगे, मगर हीबा ने कहा कि मुझे किसी की परवाह नहीं है।

बीमारी की वजह से अल बदावी का रोज़गार नहीं रहा, हीबा प्लास्टिक और रद्दी बीन कर उसे बेचकर घर का गुज़ारा करती है, अल बदावी ने हीबा से कई बार कहा कि अगर वो चाहे तो उसे तलाक़ दे सकता है, ताकि वो अपनी इस तकलीफ भरे दौर से दूर चली जाए, मगर हीबा का कहना है कि मैं उन्हें छोड़ने की कल्पना भी नहीं कर सकती वो मेरे शौहर और मेरे बच्चों के पिता हैं। हमें एक दूसरे से सिर्फ मौत ही जुड़ा कर सकती है।

सोशल मीडिया पर उनकी ये मार्मिक कहानी वायरल होने के बाद लोगों ने मिलकर हीबा को एक व्हील चेयर दान में दी है ताकि आगे हीबा को अपने शौहर को पीठ पर लाद कर न ले जाना पड़े।

इस कहानी को आप सिर्फ देखें नहीं बल्कि उन जज़्बातों को महसूस करें जो हीबा की ज़बान से निकले हैं और उसके दिल में अपने शौहर के लिए हैं, जो उन्हें ऐसी हालत में छोड़ने को किसी भी हाल में तैयार नहीं हैं। भौतिकवाद की आंधी में ऐसी रूहानी मोहब्बत की कहानियां आज भी सुनने को मिलती हैं तो इंसानियत के जज़्बे को सलाम करने को दिल करता है।

बेशक लोग बीवियों पर चुटकुले बनाते हों मगर जब सब रिश्ते दुनिया से चले जाते हैं या खत्म हो जाते हैं तो ज़िन्दगी की शाम में यही एक रिश्ता आपके साथ आखरी मोड़ तक खड़ा मिलता है और आपको सहारा देता है।

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